तुम्हारे बिन हमें ये जिन्दगी अच्छी नहीं लगती,
सनम तेरी निगाहों की नमी अच्छी नही लगती,
मुझे हासिल हुई दुनियां की दौलत और ये शोहरत,
मिला सब कुछ मगर तेरी कमी अच्छी नहीं लगती..
आँखो को इंतजार की सोगात सोंप कर,
मोहब्बत खुद आराम से कही सो जाती है,
ज़िस्म करवट बदलता है रात भर अकेला ,
रूह तेरी गलियों की बंजारन हो जाती है…
कभी रो लेने दो अपने कंधे पर सिर रखकर मुझे,
कि दद॔ का बवंडर अब संभाला नही जाता,
कब तक छुपा कर रखें आखों मे इसे,
कि आसुओं का समन्दर अब संभाला नही जाता..
<table><tr><td>Love</td><td> Miss You</td></tr></table>
सनम तेरी निगाहों की नमी अच्छी नही लगती,
मुझे हासिल हुई दुनियां की दौलत और ये शोहरत,
मिला सब कुछ मगर तेरी कमी अच्छी नहीं लगती..
आँखो को इंतजार की सोगात सोंप कर,
मोहब्बत खुद आराम से कही सो जाती है,
ज़िस्म करवट बदलता है रात भर अकेला ,
रूह तेरी गलियों की बंजारन हो जाती है…
कभी रो लेने दो अपने कंधे पर सिर रखकर मुझे,
कि दद॔ का बवंडर अब संभाला नही जाता,
कब तक छुपा कर रखें आखों मे इसे,
कि आसुओं का समन्दर अब संभाला नही जाता..
<table><tr><td>Love</td><td> Miss You</td></tr></table>