अन्दाज - ए - दोस्ती

अन्दाज - ए - दोस्ती

दोस्ती के कुछ अन्दाज़ होते हैँ,

जागती आंखोँ मेँ भी कुछ ख्वाब होते हैँ,

जरूरी नहीँ आंखोँ से गम मेँ आंसु निकले,

मुस्कराती आँखोँ मेँ भी सैलाब होते हैँ॥R॥

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