Khuddari wajah rahi

खुद्दारी वजह रही की ज़माने को कभी हजम नहीं हुए हम,
पर खुद की नजरो में यकीन मानो कभी कम नहीं हुए हम।

The post Khuddari wajah rahi appeared first on LoveSove.com.



Copyright © 2012-2016 Mast Shayri
Template by Ram Nivas Bishnoi
Distributed By Get1 Templates