ख्वाहिशों के समंदर के सब मोती तेरे नसीब हो

ख्वाहिशों के समंदर के सब मोती तेरे नसीब हो;

तेरे चाहने वाले हमसफ़र तेरे हरदम करीब हों;

कुछ यूँ उतरे तेरे लिए रहमतों का मौसम;

कि तेरी हर दुआ, हर ख्वाहिश कबूल हो।

शुभ रात्रि!

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