Mujhe bharam tha gaalib ki meri parchhai meri apni hai LoveSove.com Share this Share on FacebookTweet on TwitterPlus on Google+ Related Postsसपनो की दुनिया में हम खोते चले गएचाँद तारे सब तुम्हारे लिए हैंजैसे कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता हैहर रात में भी आपके पास उजाला होदिल में, होंठों पे एक दुआ रहती हैशाम के बाद जब आती है रात