खता मत गिन दोस्ती में, कि किसने क्या गुनाह किया

*”खता मत गिन दोस्ती में, कि किसने क्या गुनाह किया …”*

*”दोस्ती तो एक नशा है, जो तूने भी किया और मैंने भी किया …”*



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