॥ बरसात ॥ The Rain


बरसात की बुंदेँ है,
आँखोँ मेँ नमी है,
ना ऊपर आसमाँ है,
ना नीचे जमीँ हैँ,

ये कैसे मोङ पर आ गए ज़िन्दगी के,
जो सबसे खास है आज उसकी कमी है॥
(आई लव यू जान)

Copyright © 2012-2016 Mast Shayri
Template by Ram Nivas Bishnoi
Distributed By Get1 Templates