दोस्ती: एक गज़ल

दोस्ती 'गज़ल' है गुनगुनाने के लिए,

दोस्ती नगमा है सुनाने के लिए,

दोस्ती सबको नहीँ मिलती, Q कि

हौँसला चाहिए दोस्ती निभाने के लिए॥R॥

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